उल्फत ना सही नफरत ही करो करो जो भी मगर हरवक्त करो! उल्फत ना सही नफरत ही करो करो जो भी मगर हरवक्त करो!
है चाहत की एक बार फिर जी लूं जो रह गया पीछे, पर अब ये रूह भी अलविदा लेने को है।। है चाहत की एक बार फिर जी लूं जो रह गया पीछे, पर अब ये रूह भी अलविदा लेने को...
जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं। जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं।
इंतज़ार और आस इंतज़ार और आस
इंसान हैं हम कोई भगवान नहीं, गलतियाँ हमसे ना हो ये हो नहीं सकता भटक जाते हैं रास्ता इंसान हैं हम कोई भगवान नहीं, गलतियाँ हमसे ना हो ये हो नहीं सकता भटक जाते ...
घाव तो शारीरिक यातना के , लेते कुछ समय मगर भर जाते हैं, पर घाव तो व्यंग्य-विचारोंं क घाव तो शारीरिक यातना के , लेते कुछ समय मगर भर जाते हैं, पर घाव तो व्यंग्य-वि...